1 जुलाई 2025 से देशभर में बैंकिंग से जुड़े कई महत्वपूर्ण नियमों में बदलाव किए गए हैं, जिनका सीधा असर आम लोगों, व्यापारियों और ऑनलाइन लेन-देन करने वालों पर पड़ेगा। इन बदलावों का उद्देश्य डिजिटल बैंकिंग को सुरक्षित बनाना, लेन-देन को अधिक पारदर्शी बनाना और बैंकों की सेवा लागत को संतुलित करना है।
HDFC बैंक ने वॉलेट ट्रांसफर पर नया शुल्क लागू किया
अब HDFC बैंक के ग्राहक अगर किसी वॉलेट जैसे Paytm, PhonePe, Google Pay में ₹10,000 से अधिक राशि ट्रांसफर करते हैं, तो 1% शुल्क देना होगा। यह कदम बैंकों के बढ़ते UPI लेन-देन लागत को कवर करने के लिए उठाया गया है।
ICICI और Axis बैंक ने ATM और IMPS शुल्क बढ़ाए
इन दोनों निजी बैंकों ने ATM से मुफ्त ट्रांजैक्शन की संख्या कम कर दी है। अब हर महीने केवल 3 से 5 मुफ्त ट्रांजैक्शन होंगे, उसके बाद अतिरिक्त शुल्क देना होगा। साथ ही IMPS (इंस्टैंट मनी ट्रांसफर) के लिए भी नई दरें लागू की गई हैं।
SBI और HDFC ने क्रेडिट कार्ड नियमों में बदलाव किए
1 जुलाई से SBI और HDFC ने अपने क्रेडिट कार्ड पर वार्षिक शुल्क और ब्याज दर को संशोधित किया है। साथ ही रिवॉर्ड पॉइंट्स की वैधता को भी सीमित किया गया है। अब अनएक्टिव कार्ड पर अधिक शुल्क लगेगा।
IRCTC पर तत्काल टिकट बुकिंग के लिए अब जरूरी होगा आधार OTP
रेलवे की ओर से अब तत्काल टिकट बुकिंग के समय आधार आधारित OTP वेरिफिकेशन अनिवार्य कर दिया गया है। इसका उद्देश्य फर्जी बुकिंग और बॉट्स को रोकना है।
बैंक अवकाश का नया कैलेंडर लागू
July महीने में कुल 13 दिन बैंक बंद रहेंगे, जिसमें रविवार, दूसरे व चौथे शनिवार, और कुछ क्षेत्रीय त्योहार शामिल हैं। ग्राहकों को अब अपनी बैंकिंग योजना पहले से बनानी होगी।
- इन सभी बदलावों का सीधा असर आपकी जेब पर पड़ सकता है।
- अगर आप अधिक ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करते हैं तो शुल्कों का ध्यान रखें।
- क्रेडिट कार्ड का उपयोग करने वालों को नए नियम पढ़ना ज़रूरी है।
- ATM से कैश निकालने से पहले लिमिट जान लें।
- वॉलेट ट्रांसफर अब मुफ्त नहीं रहा।
समय रहते इन नियमों को समझ लेना आपकी आर्थिक सुरक्षा और सुविधाजनक बैंकिंग के लिए ज़रूरी है।