Passenger Vehicles – जून 2025 में भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में स्पष्ट रूप से दोहरा रुख देखने को मिला पारंपरिक कार निर्माता गिरावट की मार झेल रहे हैं, जबकि SUV और दोपहिया बाज़ार में जोश लगातार बना हुआ है.

Passenger vehicles (PV) सेगमेंट की स्थिति
मारुति सुजुकी
जून महीने में मारुति सुजुकी की व्होलसेल संख्या पिछले साल की तुलना में 13 % गिरकर 1.18 लाख यूनिट पर आ गयी। यह पिछले 18 महीनों में सबसे निचली स्तर पर पहुंचने की वजह से चिंताजनक रहा। खासकर छोटी (एंट्री‑लेवल) कारों की डिमांड गिरने का मुख्य कारण रही महंगी कीमतें, जो सीएएफई मानकों और सुरक्षा नियमों की वजह से बढ़ीं हैं ।
हुंडई
हुंडई मोटर इंडिया की घरेलू बिक्री में भी लगभग 12 % की गिरावट दर्ज की गयी, जो अभी 44,024 यूनिट पर आ गयी। हालांकि निर्यात में वृद्धि देखी गयी, लेकिन डोमेस्टिक मंदी हावी रही ।
टाटा मोटर्स
टाटा की भी घरेलू बिक्री लगभग 12–15 % गिर गई, जिसकी वजह स्थानीय मांग में कमी मानी जा रही है। इलेक्ट्रिक मॉडल्स सहित कुल पोर्टफोलियो प्रभावित हुआ ।
महिंद्रा एण्ड महिंद्रा
इस बीच महिंद्रा ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। SUV सेगमेंट में 18 % की वृद्धि हुई और कुल बिक्री 47,306 यूनिट तक पहुँच गयी, जिससे कंपनी हुंडई को पीछे छोड़ते हुए दूसरे स्थान पर बनी हुई है ।
टोयोटा किर्लोस्कर
टोयोटा ने सालाना आधार पर 10 % की तेजी के साथ 26,453 यूनिट बेची, हालांकि महीने-दर-महीना इसमें थोड़ी गिरावट देखी गई ।
किआ इंडिया
वर्ष की पहली छमाही में किआ इंडिया ने 12.7 % की बढ़त दर्ज की और 1.42 लाख यूनिट्स की बिक्री की। इसके साथ ही उसने करीब 11,813 यूनिट निर्यात किए ।
दोपहिया वाहन बाजार में जोर
हीरो मोटोकॉर्प ने घरेलू डोमेस्टिक और ईवी दोनों मिलाकर कुल 5.54 लाख यूनिट्स की बिक्री की, जो 10 % की वृद्धि दर्शाता है ।
होंडा, टीवीएस, बजाज, सुजुकी, और रॉयल एनफील्ड जैसे ब्रांडों ने भी मजबूत प्रदर्शन दिया, जिसमें TVS ने लगभग 20 %, रॉयल एनफील्ड ने 22 % की वृद्धि दर्ज की ।
इलेक्ट्रिक दोपहिया की बिक्री में थोड़ी गिरावट देखी गई, लेकिन सामान्य बाइक-स्कूटर सेगमेंट का प्रदर्शन मजबूत बना रहा ।
बाज़ार विश्लेषण और भविष्य का परिप्रेक्ष्य
- कुल PV व्होलसेल 6.4 % गिरकर 3.20 लाख यूनिट्स पर आ गयी, जो दर्शाता है कि उच्च बेस और मंद बाजार की नियृद्धि जारी है।
- इन्वेंट्री स्तर भी लगभग 50 दिन तक बनाए गए, जो आमदनी और बिक्री पर दबाव बना सकता है ।
- ग्रामीण दोपहिया मांग में मजबूती है, जिससे FADA रिपोर्ट में मई-जून की रिकवरी देखी गयी है ।
- FY 2026 में दोपहिया उद्योग में लगभग 8–9 % की वृद्धि की उम्मीद है, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों और निर्यात में इसका योगदान रहेगा।
जून 2025 का माह भारतीय ऑटो इंडस्ट्री के लिए मिश्रित संकेत लेकर आया। पारंपरिक कार मार्केट मंदा रहा—मारुति, हुंडई और टाटा जैसी कंपनियाँ बिक्री में कठिन स्थिति में रहीं। वहीं, महिंद्रा और किआ ने SUVs में तेजी पकड़ी। दूसरी ओर, दोपहिया बाजार विशेषकर ग्रामीण इलाकों और ईंधन-किफ़ायती सेगमेंट में मजबूत बना हुआ है। भविष्य में इलेक्ट्रिक वाहनों का विकास और ग्रामीण मांग, यह तय करेंगे कि अगला FY26 किस दिशा में जाएगा।