1 जुलाई 2025 से देश में कई महत्वपूर्ण वित्तीय नियमों में बदलाव होने जा रहा है, जिसका असर आम उपभोक्ताओं से लेकर कारोबारियों तक सभी पर पड़ेगा। इन बदलावों का मकसद लेन-देन को अधिक पारदर्शी और तकनीकी रूप से सुरक्षित बनाना है। बदलावों में UPI चार्जबैक, PAN कार्ड, Tatkal टिकट, GST रिटर्न और HDFC क्रेडिट कार्ड से जुड़ी व्यवस्थाएं प्रमुख हैं।
UPI चार्जबैक प्रक्रिया अब होगी तेज
अब बैंक चार्जबैक क्लेम रिजेक्ट होने के बाद उसे दोबारा खुद प्रोसेस कर सकेंगे। 20 जून 2025 को जारी गाइडलाइन के अनुसार, इसके लिए अब NPCI से मंजूरी लेने की जरूरत नहीं होगी, जिससे उपभोक्ताओं को त्वरित समाधान मिलेगा।
PAN कार्ड के लिए आधार अनिवार्य
CBDT के नए नियमों के तहत 1 जुलाई 2025 से नया PAN कार्ड बनवाने के लिए आधार कार्ड अनिवार्य होगा। पहले अन्य पहचान पत्र भी मान्य थे, लेकिन यह कदम फर्जीवाड़ा रोकने के लिए उठाया गया है।
Tatkal टिकट बुकिंग पर सख्ती
Tatkal टिकट बुकिंग के लिए अब आधार वेरिफिकेशन जरूरी होगा। 15 जुलाई से टिकट बुकिंग के दौरान OTP वेरिफिकेशन भी लागू होगा। साथ ही अधिकृत एजेंट अब टिकट विंडो खुलने के पहले 30 मिनट तक बुकिंग नहीं कर पाएंगे।
GST रिटर्न में समयसीमा सख्त
GSTN ने GSTR-3B फॉर्म में एडिटिंग की सुविधा खत्म कर दी है। साथ ही तीन साल से अधिक पुराने रिटर्न अब फाइल नहीं किए जा सकेंगे। यह नियम सभी प्रमुख GSTR फॉर्म्स पर लागू होगा।
HDFC क्रेडिट कार्ड पर नया चार्ज और रिवॉर्ड नियम
1 जुलाई से HDFC क्रेडिट कार्ड यूज़र्स को 10,000 रुपये से अधिक मासिक खर्च पर 1% अतिरिक्त चार्ज देना होगा। फ्यूल, गेमिंग, यूटिलिटी और एजुकेशन/रेंट पेमेंट्स पर भी यह शुल्क लागू होगा। रिवॉर्ड पॉइंट्स की लिमिट तय की गई है और स्किल-बेस्ड गेमिंग पर अब कोई रिवॉर्ड नहीं मिलेगा।
ये सारे बदलाव उपभोक्ताओं को अधिक सतर्क और समयबद्ध वित्तीय व्यवहार के लिए प्रेरित करेंगे।